चीन की किस योजना पर पानी फेर सकते हैं डोनाल्ड ट्रंप?

क्या डोनाल्ड ट्रंप की जीत चीन की आर्थिक योजनाओं पर पानी फेर सकती है? अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की चुनौतियों के बीच, चीन अपनी धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए नए उपाय कर रहा है। ट्रंप ने चुनावी वादों में चीन के उत्पादों पर 60% तक भारी आयात शुल्क लगाने का जिक्र किया था। इससे शी जिनपिंग की टेक्नोलॉजी पावरहाउस बनने की योजना में बाधा आ सकती है। जानिए कैसे ये घटनाक्रम दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव को बढ़ा सकते हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल की चुनौतियों से निपटने और अपनी धीमी पड़ती अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए चीन नए उपाय कर रहा है.

ट्रंप ने चुनाव जीतने के लिए जो वादे किए थे उनमें से चीन के उत्पादों पर 60% तक भारी आयात शुल्क लगाना भी शामिल था.

अब ट्रंप की जीत से, चीन को टेक्नोलॉजी पावरहाउस में बदलने की शी जिनपिंग की योजना में बाधा पड़ने और इससे दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है.

रियल एस्टेट में मंदी, बढ़ते सरकारी कर्ज़ और बेरोज़गारी के अलावा उपभोग में गिरावट के कारण, महामारी के बाद से चीन की आर्थिक विकास दर धीमी पड़ चुकी है.

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अब ट्रंप की जीत से, चीन को टेक्नोलॉजी पावरहाउस में बदलने की शी जिनपिंग की योजना में बाधा पड़ने और इससे दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है.

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