🎬 Vicky Kaushal की फिल्म ‘Chhaava’ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है, लेकिन विवादों में भी घिर गई है! फ़िल्म में Ganoji Shirke और Kanhoji Shirke की भूमिका को लेकर उनके वंशजों ने कड़ी आपत्ति जताई है और निर्देशक Laxman Utekar को ₹100 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा है 🚨📜।
आइए जानते हैं पूरा मामला –
👑 कौन थे Ganoji और Kanhoji Shirke?
Shirke परिवार की 750 साल पुरानी विरासत रही है 🏰। इस परिवार ने पुणे, गोवा, मुंबई और कोंकण जैसे क्षेत्रों पर शासन किया था।
Yesubai Bhosale का विवाह 1664 में Chhatrapati Sambhaji Maharaj से हुआ था 💍। उन्होंने अपने पति की मृत्यु और 13 वर्षों की क़ैद के बावजूद मराठा साम्राज्य को संभाले रखा 🏹🔥।
Ganoji Shirke, Sambhaji महाराज के साले (Brother-in-law) थे और उनका विवाह Chhatrapati Shivaji Maharaj की बेटी Rajkunwarbai Saheb से हुआ था 💒।
⚔️ क्या Ganoji Shirke ने Sambhaji Maharaj से ग़द्दारी की?
🎥 ‘Chhaava’ फिल्म में दिखाया गया है कि Mughal सेनापति Sheikh Nizam Mukarrab Khan जब Sambhaji Maharaj को पकड़ता है, तो उसमें Ganoji Shirke और Kanhoji Shirke की भूमिका होती है।
लेकिन, इतिहासकार Indrajit Sawant ने इस दावे को पूरी तरह खारिज किया है ❌📖। उन्होंने कहा:
“ऐतिहासिक रूप से ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिलता कि Ganoji या Kanhoji Shirke ने Sambhaji Maharaj के साथ ग़द्दारी की थी।”
इतिहासकारों के अनुसार, Sambhaji महाराज के क़रीबी Kavi Kalash और Shirke परिवार के बीच मतभेद ज़रूर थे, लेकिन यह ग़द्दारी का मामला नहीं था 🧐📜।
😡 Shirke परिवार ने क्यों जताई आपत्ति?
Shirke परिवार के वंशजों का कहना है कि ‘Chhaava’ फिल्म में इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उनके पूर्वजों को ‘देशद्रोही’ के रूप में दिखाया गया है 🚫😤।
Shirke परिवार के वंशज Laxmikant Raje Shirke ने कहा:
“इतिहास से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए, खासकर जब इससे किसी परिवार की प्रतिष्ठा प्रभावित होती हो।”
Shirke परिवार के एक अन्य सदस्य Deepak Raje Shirke ने कहा कि फ्रेंच अधिकारी Francis Martin की डायरी में लिखा है कि Sambhaji Maharaj की गिरफ़्तारी में दरबारी लेखकों (Court Scribes) की भूमिका थी, न कि Shirke परिवार की 🤯📜।
⚖️ ₹100 करोड़ की मानहानि का नोटिस!
फिल्म में अपने पूर्वजों की नकारात्मक छवि पेश किए जाने पर Shirke परिवार ने ‘Chhaava’ के निर्माताओं को ₹100 करोड़ की मानहानि का नोटिस भेजा है 💰⚠️।
“हमने पहले ही चेतावनी दी थी, लेकिन हमारी बात नहीं मानी गई। अब हम क़ानूनी कार्रवाई करेंगे!” – Laxmikant Raje Shirke ⚔️⚖️
🎬 निर्देशक Laxman Utekar ने क्या कहा?
बढ़ते विवाद के बीच ‘Chhaava’ के निर्देशक Laxman Utekar ने सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने फिल्म में Shirke परिवार के गांव या उपनाम (Surname) का ज़िक्र नहीं किया है।
उन्होंने Bhushan Shirke से माफ़ी मांगते हुए कहा:
“हमारी मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की नहीं थी। अगर इससे Shirke परिवार को कोई परेशानी हुई है, तो मैं माफ़ी मांगता हूं।” 🙏🎥
लेकिन, Shirke परिवार ने इस माफ़ी को ठुकरा दिया है और क़ानूनी लड़ाई लड़ने की चेतावनी दी है ⚖️🚨।
📜 Shirke परिवार के साथ ऐतिहासिक अन्याय?
Shirke परिवार का कहना है कि यह विवाद ‘Chhaava’ फिल्म तक सीमित नहीं है। इससे पहले भी Shivaji Sawant की 1979 की किताब ‘Chhava’ में उनके पूर्वजों को ग़लत तरीके से पेश किया गया था 📚⚔️।
2017-18 के ग्राम पंचायत चुनावों के दौरान भी उनके परिवार के उम्मीदवारों को बदनाम किया गया था कि “अगर वे राजा के प्रति वफादार नहीं थे, तो जनता के प्रति कैसे होंगे?” 🤔
उन्होंने 2009 में RTI दाखिल कर सरकारी अभिलेखों (archives) से सबूत मांगे थे, लेकिन ऐसा कोई ऐतिहासिक प्रमाण नहीं मिला कि Ganoji और Kanhoji Shirke ने Sambhaji Maharaj से ग़द्दारी की थी 🔍📜।
🔴 इतिहास और सिनेमा का टकराव
‘Chhaava’ फिल्म बॉक्स ऑफिस पर भले ही शानदार प्रदर्शन कर रही हो, लेकिन यह ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ के आरोपों में फंस गई है 🎭🔥।
Shirke परिवार की मांग है कि फिल्म में गलत तथ्यों को सुधारा जाए और उनके पूर्वजों की छवि खराब करने के लिए माफी मांगी जाए 🏛️📢।
अब देखना यह होगा कि ‘Chhaava’ के निर्माता इस विवाद को सुलझाने के लिए क्या कदम उठाते हैं, और क्या यह मामला कोर्ट तक पहुंचेगा? ⚖️🤔
❓ आपकी राय क्या है?
👉 क्या फिल्मों को ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने की छूट मिलनी चाहिए, या फिर इतिहास को सही तरीके से दिखाया जाना चाहिए? अपने विचार हमें कमेंट में बताएं! 💬👇