अवध ओझा, देश के जाने माने और सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध शिक्षक ने आज राजनीतिक में एंट्री मारी . नई दिल्ली में एक समारोह में आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने उसे औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल किया, समारोह में केजरीवाल के साथ मनीष सिसोदिया भी उपस्थित थे. अवध ओझा को पार्टी में शामिल करने के बाद आप प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “देश के जाने-माने शिक्षक श्री अवध ओझा जी आज आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। उनके अनुभव और दृष्टिकोण से हमारी शिक्षा नीति को नई दिशा मिलेगी। शिक्षा को लेकर हमारी नीतियों और काम से प्रेरित होकर उन्होंने पार्टी के साथ कदम मिलाया है। हम उनका अपने परिवार में हार्दिक स्वागत करते हैं। बाबा साहब के सपनों को पूरा करने के लिए मिलकर काम करेंगे।”
कौन है अवध ओझा , जिसकी आप मे शामिल होने की हो रही चर्चा ?
अवध ओझा का पूरा नाम अवध प्रताप ओझा है और वे मूलरूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहनेवाले हैं. वे वर्तमान में दिल्ली के मुख़र्जी नगर में IQRA IAS नाम का कोचिंग चलाते हैं जिसमे भारतीय लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराई जाती है . अवध ओझा के स्वामित्व वाली इस कोचिंग की शाखा कानपुर और पुणे में भी है . अवध ओझा ,सिविल सेवा परीक्षा के अभ्यर्थियों को इतिहास पढ़ाते हैं .
अवध ओझा सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय नाम है , सोशल मीडिया प्लेटफार्म Youtube , Facebook और instagram पे इनके लाखों फ़ॉलोअर्स हैं । आये दिन इनका शॉर्ट्स अथवा विडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल होते है .
बीजेपी दिल्ली की क्या प्रतिक्रिया है ?
बीजेपी दिल्ली ने अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होने का मजाक उड़ाया है. उन्होंने अपने X हैन्डल पे अवध आज के पुराने वीडियो क्लिप्स को शेयर करते हुए उसे टोपीबाज ,आतंक प्रेमी और U-टर्न लेने वाला व्यक्ति बताया है .
ट्विटर पे कर रहे हैं ट्रेंड
अवध ओझा के आम आदमी पार्टी में शामिल होते ही #अवध ओझा राजनीति में ट्वीटर पे ट्रेंड कर रहे हैं . अब तक इस हैशटैग से 50 हजार से अधिक ट्वीट्स किये जा चुके हैं . ट्विटर पे लोग उनके पुराने और वायरल वीडियो को अपने अपने हिसाब से पोस्ट कर प्रतिक्रिया दे रहे हैं .
अवध ओझा एक शिक्षक के तौर पर तो जरूर लोकप्रिय है ,अब ये देखना है कि राजनीति में वे अपनी पारी की शुरुआत कैसे करते हैं . क्या वे एक राजनेता के तौर पर उतने प्रसिद्ध हो पाएंगे जितने कि एक शिक्षक के तौर पे हैं ? इस प्रश्न का जबाब तो अब वक्त ही बताएगा ।