इस मौक पर बोधगया टेम्पल सोसाइटी के सदस्यों ने उनके स्मारकों का स्वागत किया। स्वागत के बाद राष्ट्रपति महाबोधि मंदिर, दक्षिणी अमेरिका और भगवान बुद्ध के दर्शन कर विशेष पूजा-सचेतन की। इस दौरान सुरक्षा के अजीब ढांचे थे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके के आगमन पर एयरपोर्ट से लेकर महाबोधि मंदिर तक चप्पे-चप्पे पर अतिरिक्त पुलिस बल की कमी की गई थी। उनके आगमन से पहले ही एयरपोर्ट से लेकर बोधगया रोड मार्ग को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया था।
इस संबंध में केमोनियम डॉ. त्यागपत्र राजन एस.एम. ने बताया कि मंगलवार की सुबह राष्ट्रपति डिसनायके के आगमन पर साढ़े दस बजे से लेकर आम भक्तों के लिए महाबोधि मंदिर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। श्रीलंका के राष्ट्रपति के जाने के बाद आम संस्थागत मंदिर में प्रवेश की जानकारी दी गई।
उल्लेखनीय है कि दिसंबर माह में विभिन्न देशों के बौद्ध बौद्ध बोधगया स्मारक और भगवान बुद्ध की पूजा-अर्चना की जाती है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसनायके भारत की तीन दिवसीय धार्मिक यात्रा पर हैं। सितंबर महीने में अटैचमेंट के बाद उनकी यह पहली विदेश यात्रा है। बोधगया आने से पहले वे दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं।
वहीं, कल राष्ट्रपति अनुरा कुमारा डिसनायका की प्रधानमंत्री मोदी के साथ नई दिल्ली में हुई बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने स्वीकार किया कि पिछले कुछ वर्षों में स्माल रिलेशनशिप प्रगाढ़ हैं और यह श्रीलंका के सामाजिक-आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।