अडानी घूसकांड: गौतम अडानी पर भारतीय अधिकारियों को 21 अरब रुपये घूस देने के आरोप तय,अरेस्ट वारंट जारी…

भारतीय अरबपति गौतम अडानी बुरी तरह फँसते नजर आ रहे हैं । अमेरिका के एक अदालत ने अडानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी ,उनके भतीजे  सागर अडानी तथा अडानी ग्रुप के अन्य पदाधिकारियों पर अमेरिका में अपनी एक कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 21 अरब भारतीय रुपया) घुस देने तथा इसे छिपाने का अभियोग लगाया गया है।

    

भारतीय अरबपति गौतम अडानी

  

क्या है आरोप

भारतीय अरबपति गौतम अडानी बुरी तरह फँसते नजर आ रहे हैं । अमेरिका के एक अदालत ने अडानी ग्रुप के संस्थापक गौतम अडानी ,उनके भतीजे  सागर अडानी तथा अडानी ग्रुप के अन्य पदाधिकारियों पर अमेरिका में अपनी एक कंपनी को कॉन्ट्रेक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 21 अरब भारतीय रुपया) घुस देने तथा इसे छिपाने का अभियोग लगाया गया है। ये आरोप अमेरिकी प्रोसेक्यूटर्स ने लगाया है । अमेरिकी प्रोसेक्यूटर्स ने सबूतों को मिटाने तथा अधिकारियों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया है ।उनका कहना है कि अडानी और अन्य चार डिफेंडिंडेंट्स ने सबूत मिटाकर और न्याय विभाग ,FBI और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन के अधिकारियों को गुमराह कर न्याय में बाधा डालने का साजिश रचा है। इस मामले में सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अलग से दिवानी मुकदमा दायर किया है। अधिकारियों का कहना है कि कई मौकों पर गौतम अडानी ने रिश्वत की पेशकश करने के लिए खुद भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की । अमेरिका के अटॉर्नी ऑफिस ने जिन लोगों पर आरोप लगाया है उसमे गौतम अडानी के अतिरिक्त सात अन्य लोग शामिल है ।

अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने क्या कहा ? कोर्ट ऑर्डर में और क्या है?

            रिश्वत मामले में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का कहना है कि तकरीबन 2020 से 2024 के बीच अदाणी ग्रीन एनर्जी और एज्योर पावर ग्लोबल को सोलर प्रोजेक्ट दिलाने के लिए भारतीय अधिकारियों को रिश्वत की पेशकश की गई। कॉन्ट्रैक्ट के जरिए 20 साल में 2 अरब डॉलर से ज्यादा मुनाफे का अनुमान लगाया गया था। इसका फायदा लेने के लिए झूठे दावे करते हुए लोन और बॉन्ड्स जुटाए गए।

              अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के ऑर्डर में गौतम अदाणी और अदाणी ग्रुप के एग्जीक्यूटिव्स पर लगाए गए आरोपों के बीच भारत की कुछ सरकारी कंपनियों के नाम भी मेंशन हैं। इन कंपनियों में छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, तमिलनाडु जनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड, ग्रिडको लिमिटेड, जम्मू एंड कश्मीर पावर कॉरपोरेशन, आंध्र प्रदेश सेंट्रल पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन, आंध्र प्रदेश ईस्टर्न पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, आंध्र प्रदेश साउदर्न डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेट शामिल हैं।

अडानी ग्रुप ने सफाई में क्या कहा ?

      इस बीच अडानी ग्रुप के प्रवक्ता ने ग्रुप और ग्रुप के डायरेक्टर्स पर लगे आरोपों का खंडन किया है । अडानी ग्रुप द्वारा एक्स (X) पर जारी किए गए अपने मीडिया स्टेटमेंट में कहा है कि “अमेरिकी न्याय विभाग और अमेरिकी सेक्यूरिटी एन्ड एक्सचेंज कमिशन द्वारा कंपनी के डायरेक्टर्स पर लगाये गए सारे आरोप आधारहीन है और हम खंडन करते हैं ।”

      मीडिया स्टेटमेंट में आगे कहा गया है कि ” जैसे कि अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा ही कहा गया है कि ये सभी लगाये गए आरोपी है और जबतक ये साबित नही हो जाता तबतक आरोपी निर्दोष है । हम सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।

अडानी ग्रुप द्वारा अपने निवेशकों को संबोधित करते हुए कहा गया है कि अडानी ग्रुप पारदर्शिता और उच्च मापदंडों का पालन करता है और वह हमेशा क़ानून का पालन करने वाला समूह है ।

अडानी ग्रूप का सफाई

भारत मे राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया

     अडानी घूसकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा है ” अब ये साफ हो चुका है कि गौतम अडानी ने भारत और अमेरिका दोनो जगह कानून तोड़े हैं । मुझे हैरानी है कि ये व्यक्ति देश मे खुलेआम कैसे घूम रहा है जबकि देश मे चुने गए मुख्यमंत्रियों को बात बात पर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया जाता है। अडानी पर कोई जांच नही की जा रही है। उसे गिरफ्तार किया जाना चाहिये और आज गिरफ्तार किया जाना चाहिए।”

उन्होंने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा है कि  “में गारण्टी देकर कहता हूँ कि ये व्यक्ति(गौतम अडानी) न तो गिरफ्तार होगा और न जी उसके खिलाफ कारवाई होगी क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री उसके साथ है।

राहुल गांधी का प्रेस कॉन्फ्रेंस आप यहाँ देख सकते हैं-

राहुल गांधी का प्रेस कॉन्फ्रेंस

  भारत के सत्ताधारी पार्टी बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि “एक कंपनी को लेकर अमेरिका में केस चल रहा है। हमारा साफ मानना है कि जहाँ तक कंपनी और कंपनी से जुड़े केश का मामला है कम्पनी उसपर अपना पक्ष रखेगी और अपना बचाव खुद करेगी ।”

  उन्होंने आगे बताया कि मामला 2021 से 2022 तक के बीच का है और जिन राज्यों का ये मामला है उस समय उन राज्यों में कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकार थी।

बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा

शेयर बाजार में अडानी ग्रुप के शेयरों का  हाल

  अडानी ग्रूप के कंपनीयों के लिए शेयर बाजार में 21 नवंबर का दिन बहुत ही निराशाजनक रहा । अमेरिका से आई घूसकांड की  खबर से अडानी ग्रुप के शेयरों में 22% तक की गिरावट देखी गई । शेयर बाजार में इसके वजह से निवेशकों को भारी नुकसान पहुंचा है। अडानी ग्रुप के कंपनियों के शेयर में भारी गिरावट के कारण गौतम अडानी के नेटवर्थ में भी काफी कमी आयी है। फोर्ब्स के रियल टाइम बिलियनयर इंडेक्स के अनुसार अडानी की संपत्ति 12.1अरब  डॉलर घटकर 57.7 अरब डॉलर राह गयी है ।

Credit forbes.com

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